मिर्जापुर। दस साल में मोदी कुछ किए होते तो बता देते कि हमने ये काम किया। भारत की गरीब जनता, पिछड़े, दलित, मुसलमान और ईसाई जान चुके हैं कि 400 पार का मतलब संविधान को खत्म कर देना है। आरक्षण को निकाल देना है। जो संविधान से मोहब्बत करते हैं, उनके पास ये पैगाम जा चुका है।

ये बातें एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इमामाबाड़ा स्थित एक लान में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि उम्मीद करते हैं कि जिन लोगाें ने वोट दिया है अथवा अंतिम चरण के चुनाव में मतदान करेंगे, वो भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को मजबूत करेंग और तीसरी बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मोदी को पसमांदा मुसलमानों से इतनी मोहब्बत है तो 1950 का प्रेसिडेंसियल ऑर्डर निकालिए और पसमांदा मुसलमान को वह स्थान दीजिए, परंतु नहीं देते। इससे जाहिर है कि वे सिर्फ जबान से सबका साथ-सबका विकास और विश्वास की बात करते हैं। पत्रकारों से बातचीत के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि पीडीएम इसलिए बना ताकि पिछड़ा, दलित और मुसलमान के साथ न्याय हो और उनको उनका हक मिले। सपा के लोग कहते हैं कि ओवैसी वोट काटने आया है। मुसलमानों को टिकट कम देते हैं। सपा ने 62 में से सिर्फ चार मुसलमानों को टिकट दिया। अब मुसलमानों के पास पीडीएम का विकल्प है। मुसलमानों ने वोट डालने का काम किया, वोट लेने का काम नहीं किया। जिस दिन वोट लेने का काम करेंगे, अखिलेश और राहुल गांधी आपके पास आएंगे।